kadaknath murgi palan in hindi: आपने ‘कड़क चाय’ के बारे में तो ज़रूर सुना होगा? लेकिन, क्या आपने ‘कड़कनाथ’ मुर्गे के बारे में सुना है?… नहीं, तो आज यहां हम आपको कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan) के बारे में जानकारी देंगे।
यहां हम आपको कड़कनाथ मुर्गी पालन कैसे करें (kadaknath murgi palan kaise kare)? बाजार में कड़कनाथ मुर्गी के अंडे का रेट क्या है? सभी के बारे में बताएंगे। आपको यहां कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan in hindi) की पूरी जानकारी मिलेगी।
Contents
- 1 कड़कनाथ मुर्गे की विशेषताएं (Features of Kadaknath Chicken)
- 2 कड़कनाथ मुर्गे की उत्पत्ति (Origin of Kadaknath Chicken)
- 3 कड़कनाथ मुर्गी पालन कैसे करें (kadaknath murgi palan kaise kare)
- 4 कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए इन बातों का रखें ध्यान (Keep these things in mind for Kadaknath poultry farming)
- 5 कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए मिलती है सरकारी मदद (kadaknath murgi palan yojana)
- 6 कड़कनाथ मुर्गी (kadaknath murgi palan) पालन में लागत और कमाई
- 7 कड़कनाथ मुर्गी पालन के फायदे (Benefits of Kadaknath Poultry Farming)
कड़कनाथ मुर्गी पालन किसानों के लिए मुनाफे का सौदा है। स्वाद और औषधीय गुणों के चलते इस मुर्गे की मांग हर जगह है। इन दिनों कड़कनाथ (kadaknath) फायदे का कारोबार कहा जा रहा है। इसकी कई वजह हैं, एक तो ये महंगा बिकता है। इसके रखरखाव में लागत कम है, दूसरा ये खाने वाले को कई बीमारियों में फायदा पहुंचाता है।
तो आइए, greendharaagro.com के इस ब्लॉग में सबसे पहले कड़कनाथ मुर्गे के बारे में जानते हैं।
कड़कनाथ मुर्गे की विशेषताएं (Features of Kadaknath Chicken)
कड़कनाथ मुर्गा देखने में काला होता है। इसके मांस और खून भी काले रंग का होता है। इसके अंडे सुनहरे रंग का होता है। इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन अधिक होती है। इसमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी काफी कम होता है। वसा की मात्रा कम होने से हृदय और डायबिटीज रोगियों के लिए इसका चिकन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।
कड़कनाथ मुर्गे की उत्पत्ति (Origin of Kadaknath Chicken)
कड़कनाथ मुर्गे (karaknath murgi) की उत्पत्ति मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले की कठ्ठिवाड़ा और अलीराजपुर के जंगलों में हुई है। यही कारण है कि मध्य प्रदेश के कड़कनाथ मुर्गे को जीआई टैग मिला हुआ है। आपको बता दें, जीआई टैग एक तरह की विशेष पहचान होती है। इसका निर्धारण भौगोलिक उत्पत्ति और विशेष गुणों के आधार पर किया जाता है। यह टैग दर्शाता है कि इसके जैसा कोई और नहीं है।
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कड़कनाथ मुर्गी पालन कैसे करें (kadaknath murgi palan kaise kare)
कड़कनाथ मुर्गी का पालन भी आप देसी मुर्गी पालन की तरह कर सकते हैं। इस मुर्गे के खान-पान में कोई ज्यादा खर्च नहीं आता है। ये हरे चारे, बरसीम, बाजरा चरी खाकर भी तेजी से बढ़ते हैं।
चूजों के लिए आप किसी प्रगतिशील किसान या जिले में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। इसकी शुरुआत आप कम से कम 30 चूजो से कर सकते हैं। बजट थोड़ा ज्यादा हो तो आप और ज्यादा चूजे खरीद सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan) आप दो तरह से पालन कर सकते हैं।
- खुले पोल्ट्री फार्म बनाकर
- बंद पोल्ट्री फार्म बनाकर
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कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए इन बातों का रखें ध्यान (Keep these things in mind for Kadaknath poultry farming)
- कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan) के लिए पोल्ट्री फार्म गांव या शहर से थोड़ी दूरी पर ही खोलें।
- इसके लिए आप कृषि विज्ञान केंद्र या किसी पोल्ट्री फार्म से ट्रेनिंग ले लें।
- स्वस्थ चूजों को ही पोल्ट्री फार्म में रखें।
- फार्म को थोड़ी ऊंचाई पर बनाएं, ताकि पानी का जमाव न हो।
- फार्म में रोशनी और पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें।
कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए मिलती है सरकारी मदद (kadaknath murgi palan yojana)
यदि आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो आप इसके लिए ‘कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना’ (kadaknath murgi palan scheme) का मदद ले सकते हैं। आपको बता दें, मध्य प्रदेश सरकार कड़कनाथ नस्ल के मुर्गा संरक्षण और संवर्धन के लिए यह योजना चला रही है। राज्य सरकार कड़कनाथ के 40 चूजों के पालन के लिए 4400 रूपए का अनुदान देती है। इसका लाभ लेने के लिए आप संबंधित जिले के पशु चिकित्सा अधिकारी या कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें।
इसके अलावा सभी राज्यों में नेशनल लाईव स्टॉक मिशन और नाबार्ड के पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड (PVCF) के तहत आप लोन और सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं। इसमें सामान्य वर्ग को 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिलती है। बीपीएल और SC/ST और उत्तर-पूर्वी राज्यों के लोगों के लिए करीब 33 प्रतिशत तक की सब्सिडी का प्रावधान है।
कड़कनाथ मुर्गी (kadaknath murgi palan) पालन में लागत और कमाई
इसका रखरखाव बॉयलर और देसी मुर्गी के मुकाबले आसान होता है। इस मुर्गे के खान-पान में कोई ज्यादा खर्च नहीं आता है। अगर इनको बाग में शेड बनाकर पाला जाए तो बहुत इन पर कोई खर्च नहीं है।
कमाई की बात करें तो कड़कनाथ (karaknath murgi) से आप कम लागत में देसी मुर्गी से कई गुना कमा कर सकते हैं। बाजार में कड़कनाथ मुर्गी के चूजे का रेट 70-80 रुपए तक है। वहीं अंडों की बात करें तो बाजार में कड़कनाथ मुर्गी के अंडे का रेट 20-30 रुपए है। यदि आप केवल 100 चूजो से इसकी शुरुआत करते हैं, तो आपको इससे लगभग 60-70 हजार रुपए कमा सकते हैं। आप अंडे और चिकन के अलावा इसके चूजे को बेचकर भी कमाई कर सकते हैं। यह जल्दी बिकने वाली नस्ल है। बाजार में इसकी कीमत प्रति किलोग्राम 700-1000 रुपए तक है।
कड़कनाथ मुर्गी पालन के फायदे (Benefits of Kadaknath Poultry Farming)
- कड़कनाथ मुर्गों की बाजार में ज्यादा डिमांड
- अन्य मुर्गियों के तुलना में अधिक प्रतिरोधक क्षमता
- अधिक औषधीय गुण
- रखरखाव बेहद आसान
- खानपान में ज्यादा खर्च नहीं
- इसका मीट कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद
यह जानकारी कैसे लगी आप हमें कमेंट कर जरूर बताएं। इसके साथ इस लेख को दूसरे लोगों तक शेयर भी करें।
कड़कनाथ मुर्गी पालन करने के लिए आप कृषि विज्ञान केंद्र या किसी पोल्ट्री फार्म से प्रशिक्षण अवश्य प्राप्त करें। कड़कनाथ मुर्गे के स्वस्थ चूजों को ही पोल्ट्री फार्म में रखें। फार्म को जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर बनाएं, ताकि फार्म में पानी का जमाव न हो। फार्म में रोशनी और पानी की उचित व्यवस्था रखें।
कड़कनाथ मुर्गा 4 से 5 महीने में पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं. इसका मांस बाजारों में 800 से 1000 रुपये किलो तक मिलता है. इसकी मुर्गी के अंडों की कीमत 50 रुपए तक की होती है.
कड़कनाथ नर मुर्गे का वजन 1.800 ग्राम से 2 किलो और मादा का वजन 1.250 ग्राम से 1.500 ग्राम तक होता है। इस प्रजाति की मुर्गी साल में करीब 60 से 80 अंडे देती है। एक अंडे का वजन 35-40 ग्राम तक होता है।
कड़कनाथ का बच्चा या चूजा 60 से 80 रुपये की आती हैं।
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