National Horticulture Mission 2023
भारत सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ानें तथा उनके जीवन स्तर को बेहतर बनानें के लिए हर संभव प्रयास कर रही है | यहाँ तक कि किसान भाइयों के समक्ष आने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निराकरण के लिए समय-समय पर सरकार द्वारा योजनायें लांच की जाती है |
इन योजनाओं को शुरू करनें का मुख्य उद्देश्य कृषि फसलों का चौमुखी विकास करना है | पिछले कुछ वर्षों में लोगों का रुझान बागवानी के क्षेत्र में अधिक देखनें को मिल रहा है और सबसे खास बात यह है, कि वर्तमान समय में देश के कई किसान भाई बागवानी से अच्छी आय प्राप्त कर रहे है |
Contents
- 1 National Horticulture Mission 2023
- 1.1 राष्ट्रीय बागवानी मिशन क्या है (National Horticulture Mission)
- 1.2 राष्ट्रीय बागवानी मिशन का उद्देश्य (NHM Objective)
- 1.3 राष्ट्रीय बागवानी मिशन के लाभ (Horticulture Benefits)
- 1.4 राष्ट्रीय बागवानी मिशन से किसानों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव (Impact on Farmers and Economy From NHM)
- 1.5 राष्ट्रीय बागवानी मिशन के आकड़े (National Horticulture Mission Data)
- 1.6 राष्ट्रीय कृषि बागवानी मिशन का लाभ कैसे प्राप्त करे (How To Get Benefits of NHM)
दरअसल सरकार नें बागवानी के क्षेत्र में लोगो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2005-2006 मे राष्ट्रीय बागवानी मिशन की शुरुआत की थी | राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत किसानों को उच्च दामों वाली सब्जियों, फल व फूलों तथा मसालों आदि की खेती के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है | राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) क्या है, National Horticulture Mission in Hindi के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकरी प्रदान की जा रही है |
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राष्ट्रीय बागवानी मिशन क्या है (National Horticulture Mission)
खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा बागवानी में किसानों को अधिक आय के साथ ही विभिन्न प्रकार के फायदे है | खाद्यान्न फसलों को उगानें के लिए पर्याप्त भूमि आवश्यकता होती है, जबकि बागवानी का कार्य आप कम भूमि पर आसानी से कर सकते है | बागवानी फसलों की सहयता से छोटे और सीमांत किसान अपनी कम भूमि पर भी अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है | किसानों की आय में वृद्धि करनें के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा वर्ष 2005-06 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन की शुरुआत की गयी थी| इस स्कीम के माध्यम से किसानों को बागवानी फसलों के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है|
सरकार द्वारा इस स्कीम को शुरू करनें का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनानें के लिए बागवानी फसलों को बढ़ावा देना है | ताकि किसान भाई पारंपरिक खेती की अपेक्षा आधुनिक खेती की तरफ आकर्षित हो सके| इस योजना के माध्यम से किसान भाइयों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप सिंचाई, नेट हाउस, भंडारण और तार-बंदी आदि के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है | इस मिशन के तहत किसानों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में राज्य सरकार का योगदान 35 से 50 प्रतिशत और शेष राशि केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाती है |
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राष्ट्रीय बागवानी मिशन का उद्देश्य (NHM Objective)
सरकार द्वारा इस मिशन को शुरू करनें का मुख्य उद्देश्य बागवानी खेती को बढ़ावा देने के साथ ही उसका चौमुखी विकास करना है | इसके साथ ही बागवानी करनें वाले किसानों को फसल से सम्बंधित उचित जानकारी प्रदान कर उनकी आय को बढ़ाना है | दरअसल सरकार बागवानी खेती करनें वाले कृषकों की संख्या में बढ़ोंत्तरी कर बागवानी फसलों के उत्पादन में वृद्धि करना चाहती है | इस मिशन के शुरूआत होने से फलों और सब्जियों के निर्यात के काफी वृद्धि हुई है, जिससे किसानों और देश की की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार हुआ है |
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राष्ट्रीय बागवानी मिशन के लाभ (Horticulture Benefits)
- छोटे और सीमान्त किसान कम भूमि में अधिक उत्पादन का लाभ |
- खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा बागवानी फसलों में सिंचाई की आवश्यकता कम होती है |
- बागवानी के अंतर्गत उगायी जानें वाली फसलों की मांग बाजार में वर्ष भर रहती है, जिससे किसानों को विक्रय में किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है |
- एक बार फसल उगानें के बाद किसान कई वर्षों तक फसलों का उत्पादन ले सकते हैं |
- खाद्यानिक फसलों की अपेक्षा बागवानी फसलों में अधिक पोषण |
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राष्ट्रीय बागवानी मिशन से किसानों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव (Impact on Farmers and Economy From NHM)
बागवानी खेती के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के फलों, फूलों, सब्जियों, औषधीय पौधे और मसालों की खेती की जाती है। बागवानी फसलों के उत्पादन से किसानों और देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और इससे प्राप्त होनें वाले आकडे इस प्रकार है-
फलों के उत्पादन से (From Fruit Production)
बागवानी फसलों के अंतर्गत भारत में आम, केला, नींबू, चीकू, फलों का उत्पादन सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है | वर्ष 2015-16 में किये गये सर्वे के मुताबिक भारत मे कुल फलों का उत्पादन 90 हजार 183 हजार टन था |
मसालों के उत्पादन में (Production of Spices)
मसालों के उत्पादन में पूरे विश्व में भारत का नाम पहले स्थान पर लिया जाता है, इसके अलावा भारत देश को मसालों का घर भी कहा जाता है | कुल मिलाकर मसालों के निर्यात मे भी भारत पूरे विश्व में प्रथम स्थान पर है |
सब्जियों के उत्पादन में (Production of Vegetables)
सब्जियों के उत्पादन में चीन पहले स्थान पर है, जबकि भारत दूसरे स्थान पर है | भारत में सबसे अधिक सब्जियां आलू, टमाटर, प्याज, फूल गोभी आदि का उत्पादन सबसे अधिक किया जाता है | वर्ष 2015-16 में सर्वे के मुताबिक भारत में सब्जियों का कुल उत्पादन लगभग 1 लाख 69 हजार टन दर्ज किया गया था |
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के आकड़े (National Horticulture Mission Data)
भारत में वर्ष 2002-03 में की जानें वाली बागवानी खेती का उत्पादन लगभग 17.5 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर किया जाता था | जबकि वर्ष 2005-06 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन शुरू होनें के पश्चात बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़कर लगभग बीस मिलियन (20 Million) हेक्टेयर हो गया |
इसी प्रकार वर्ष 2012-13 मे यह उत्पादन बढ़कर लगभग 265 मिलियन टन हो गया | इस प्रकार राष्ट्रीय बागवानी मिशन की सहायता से इस समय कृषि का जीडीपी मे योगदान 28 प्रतिशत रहा | इन आकड़ों को देखते हुए यहाँ अनुमान लगाया जा सकता है, कि राष्ट्रीय कृषि बागवानी मिशन से भारत में किसानों को निरंतर लाभ मिल रहा है |
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राष्ट्रीय कृषि बागवानी मिशन का लाभ कैसे प्राप्त करे (How To Get Benefits of NHM)
ऐसे किसान भाई जो इस मिशन के अंतर्गत लाभ प्राप्त करना चाहते है, उन्हें अपनें जिले के कृषि विज्ञान केंद्र या जिला उद्यान केंद्र में संपर्क कर सकते है | हालाँकि आप इसकी जानकारी ब्लॉक स्तर के उद्यान अधिकारी से भी प्राप्त कर सकते है | इसके अलावा आप राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट https://nhb.gov.in/ पर भी विजिट कर इस मिशन से सम्बंधित विभिन प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप अपनी भूमि पर बागवानी फसलों का उत्पादन पहली बार करनें जा रहे है, तो बागवानी करनें से पहले अपनें खेत या जमींन की मिट्टी की जाँच अवश्य करा ले |
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