बीएससी एग्रीकल्चर (BSc Agriculture) कोर्स से सम्बंधित जानकारी
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था (Economy) का आंकलन उस देश में होनें वाले कृषि कार्यों के आधार पर किया जाता है | चूँकि भारत एक कृषि प्रधान देश है, जिसके कारण यहाँ की लगभग 70 प्रतिशत जनसँख्या कृषि कार्य करते है |
वैसे देखा जाये, तो एग्रीकल्चर का नाम सुनते ही हमारे मन में गांवों में होनें वाले कृषि कार्यों का चित्रण सामनें आ जाता है| भारत एक ऐसा देश है, जहाँ कृषि कार्य सबसे अधिक किया जाता है, इसके बावजूद कृषि विश्वविद्यालयों में एग्रीकल्चर से सम्बंधित कोर्स करनें वाले छात्रों की संख्या सीमित है |
Contents
- 1 बीएससी एग्रीकल्चर (BSc Agriculture) कोर्स से सम्बंधित जानकारी
- 2 बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स क्या है (BSC Agriculture Course)
- 3 बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने हेतु योगयता (BSc Agriculture Eligibility)
- 4 बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स अवधि (B.Sc Agriculture Course Duration)
- 5 बीएससी एग्रीकल्चर प्रवेश परीक्षा (B.Sc Agriculture Entrance Exam)
- 6 बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स फीस (B.Sc Agriculture Course Fee)
- 7 बीएससी एग्रीकल्चर में विषयों की जानकारी (Information About subjects in BSc Agriculture)
- 8 कोर्स के बाद करियर स्कोप (Career Scope in BSc Agriculture)
- 9 बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स के बाद पद और सैलरी (After B.Sc Agriculture Course Posts and Salary)
हालाँकि कृषि में आधुनिकता के कारण पिछले कुछ वर्षों में युवा वर्ग का रुझान एग्रीकल्चर की तरफ देखनें को मिला है | इसका मुख्य कारण यह है, कि कृषि कोर्स करने वाले युवाओं को गवर्नमेंट के साथ-साथ निजी क्षेत्रो में इसकी मांग बढ़ी है | ऐसे में यदि आप भी कृषि से सम्बंधित बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करना चाहते है, तो आईये जानते है, BSc Agriculture in Hindi, बीएससी एग्रीकल्चर Course, Fees, Subject के बारे में जानकारी दी जा रही है |
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बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स क्या है (BSC Agriculture Course)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स कक्षा 12 के बाद कृषि में 4 वर्षीय पाठ्यक्रम है | इस कोर्स को बीएससी एग्रीकल्चर के आलावा बीएससी एग्रीकल्चर (ऑनर्स) का कोर्स भी कहते हैं| सबसे खास बात यह है, कि इस कोर्स को प्रोफेशनल कोर्स की भी मान्यता है | हालाँकि इस कोर्स को करनें के लिए छात्र को क्लास 11th और 12th में कृषि (Agriculture) या बायोलॉजी (Biology) से उतीर्ण होना आवश्यक है। बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स के अंतर्गत छात्रों को कृषि शोध (Agriculture Research), कृषि करनें से सम्बंधित नई-नई तकनीकों और उपकरणों के उपयोग के बारे में बताया जाता है|
वर्तमान समय में आधुनिकता, नए-नए उपकरणों और मॉडर्न टेक्निक्स के कारण कृषि कार्यों में काफी तेजी देखनें को मिल रही है | बीएससी एग्रीकल्चर पाठ्यक्रम में छात्रों को कृषि से जुड़ी उन सभी जानकारियों को साझा किया जाता है, जिससे कृषि क्षेत्र में आपका रुझान बढ़े और अधिक से अधिक योगदान दे सके। इस कोर्स में छात्रों को मुख्य रूप से एग्रोनोमी हॉर्टिकल्चर (Agronomy Horticulture), प्लांट पैथोलॉजी (Plant Pathology), एंटोमोलॉजी एग्रीकल्चरल (Entomology Agricultural), इकोनॉमिक्स एक्सटेंशन (Economics Extension), प्लांट ब्रीडिंग (Plant Breeding), साइल साइंस (Soil Science) और एनीमल हसबेंडरी (Animal Husbandry) आदि विषय पढ़ाए जाते हैं।
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बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने हेतु योगयता (BSc Agriculture Eligibility)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से 12वीं की परीक्षा विज्ञान वर्ग से 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है | हालाँकि अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में अंको का यह प्रतिशत भिन्न-भिन्न होता है |
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स अवधि (B.Sc Agriculture Course Duration)
इस कोर्स की समयवधि 4 वर्ष निर्धारित की गयी है, जिसमें प्रयोगात्मक परीक्षण (Experimental Test) भी शामिल है| इस चार वर्षीय पाठ्यक्रम में छात्रों को कृषि से संबधित विभिन्न विषयों के बारें में वैज्ञानिक पद्धति तथा क्रमबद्ध रूप से अध्ययन कराया जाता है | इस कोर्स में 6 माह के एक सेमेस्टर होता है अर्थात छात्रों को 1 वर्ष में दो सेमेस्टर की पढ़ाई करनी होती है |
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बीएससी एग्रीकल्चर प्रवेश परीक्षा (B.Sc Agriculture Entrance Exam)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स में प्रवेश अर्थात एडमीशन के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम में शैल होना होता है | इस परीक्षा में 12वीं के आधार पर प्रश्न पूछे जाते है | हालाँकि देश के अधिकांश विश्वविद्यालयों में छात्रों का एडमीशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर दिया जाता है, परन्तु कुछ विश्वविद्यालयों में छात्रों को 12th में प्राप्त अंको की मेरिट के आधार पर डायरेक्ट प्रवेश दे दिया जाता है |
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स फीस (B.Sc Agriculture Course Fee)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स की फीस विभिन्न कालेज के अनुसार अलग-अलग होती है| कहनें का आशय यह है, कि आप कालेज में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर प्रत्येक कालेज की फीस अलग-अलग होती है | हालाँकि सरकारी शिक्षण संसथान की अपेक्षा प्राइवेट कालेज की फीस अधिक होती है | एक एवरेज के अनुसार इस कोर्स के लिए फीस लगभग 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये प्रति वर्ष होती है |
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बीएससी एग्रीकल्चर में विषयों की जानकारी (Information About subjects in BSc Agriculture)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स के दौरान छात्रों को पढ़ाये जानें वाले वर्षवार विषय इस प्रकार है-
First Year Course | कॉम्प्रिहेंशन एंड कम्युनिकेशन स्किल्स इन इंग्लिश |
प्रोडक्शन इकोनॉमिक्स एंड फार्म मैनेजमेंट | |
इंट्रोडक्शन टू कंप्यूटर ऍप्लिकेशन्स | |
फंडामेंटल्स ऑफ़ एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट | |
रूरल सोशियोलॉजी एंड कंस्टीटूशन ऑफ़ इंडिया | |
प्रिंसिपल्स ऑफ़ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स | |
प्लांट बायोकेमिस्ट्री | |
एग्रीकल्चरल मार्केटिंग, ट्रेड एंड प्राइस | |
एजुकेशनल साइकोलॉजी | |
Second Year Course | प्रिंसिपल्स ऑफ़ साइल एंड वाटर इंजीनियरिंग |
इकनोमिक एंटोमो | |
एनर्जी सोर्सेज एंड एप्लीकेशन इन एग्रीकल्चर | |
क्रॉप रेस्ट एंड मैनेजमेंट | |
फार्म पावर एंड मशीनरी | |
सेरीकल्चर | |
प्रोटेक्टेड कल्टीवेशन Structures एंड एग्रो-प्रोसेसिंग | |
जनरल एंटोमोलॉजी | |
Third Year Course | डाइमेंशन्स ऑफ़ एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन |
एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजी | |
इंटरप्रेन्यौरशिप डेवलपमेंट एंड कम्युनिकेशन स्किल्स | |
साइल माइक्रोबायोलॉजी | |
एक्सटेंशन मेथोडोलोजिज़ फॉर ट्रांसफर ऑफ़ एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजीज | |
Fourth Year Course | फंडामेंटल्स ऑफ़ स्टेटिस्टिक्स |
वीड मैनेजमेंट | |
फील्ड क्रॉप्स – 1 (खरीफ) | |
इरीगेशन वाटर मैनेजमेंट | |
इंट्रोडक्टरी एग्रीकल्चर, प्रिंसिपल्स ऑफ़ एग्रोनोमी एंड एग्रीकल्चरल | |
मीटरोलॉजी | |
प्रैक्टिकल क्रॉप प्रोडक्शन – 1 | |
प्रैक्टिकल क्रॉप प्रोडक्शन – 2 | |
रेन-फेड एग्रीकल्चर एंड वाटरशेड मैनेजमेंट | |
फील्ड क्रॉप्स – 2 (रबी) | |
फार्मिंग सिस्टम, आर्गेनिक फार्मिंग एंड सस्टेनेबल एग्रीकल्चर | |
एक्सपेरिमेंटल टेक्निक्स इन एग्रीकल्चरल रिसर्च |
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कोर्स के बाद करियर स्कोप (Career Scope in BSc Agriculture)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद आपको एग्रीकल्चर सेक्टर में एक प्रोफेशनल अंडर ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त होती है | कृषि के क्षेत्र में यह डिग्री प्राप्त करनें के बाद आप सरकारी और गैर सरकारी दोनों प्रकार के संस्थानों में एक अच्छी जॉब प्राप्त कर सकते है | इसके आलावा यदि आपके पास कृषि योग्य पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, तो आप कोर्स में पढ़ाये गये मेथड के अनुसार नई तकनीकों का इस्तेमाल कर एक नया व्यवसाय शुरू कर सकते है |
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बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स के बाद पद और सैलरी (After B.Sc Agriculture Course Posts and Salary)
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स कम्प्लीट करनें के पश्चात फ्रेशर कैंडिडेट को लगभग 2 लाख से 4.5 लाख रुपये प्रतिवर्ष सैलरी मिलती है और अनुभव बढनें के साथ-साथ सैलरी बढ़ती रहती है | पद के अनुसार मिलनें वाली सैलरी का विवरण इस प्रकार है-
पद नाम | सैलरी (प्रति वर्ष) |
कृषि अधिकारी (Agriculture Officer) | 9 लाख |
आईसीएआर वैज्ञानिक (ICAR Scientist) | 7 लाख |
कृषि विश्लेषक (Agricultural Analyst) | 4.2 लाख |
कृषि सेल्स अधिकारी (Agricultural Sales Officer) | 4.80 लाख |
विपणन कार्यकारी (Marketing Executive) | 3.5 लाख |
जेआरएफ / एसआरएफ (JRF / SRF) | 2 लाख |
अनुसंधान सहायक (Research Assistant) | 3 लाख |
प्रोजेक्ट एसोसिएट (Project Associate) | 4.2 लाख |
प्लांट ब्रीडर (Plant Breeder) | 7.7 लाख |
पशु ब्रीडर (Animal Breeder) | 4 लाख |
बीज प्रौद्योगिकीविद (Seed Technologist) | 3 लाख |
कृषि तकनीशियन (Agricultural Technician) | 3.5 लाख |
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